Monday, March 8, 2010

आर्यमगढ़ आजमगढ़ और आतंकगढ़
आजमगढ़ का नाम सुनते ही सब लोगो के मन मे एक बात ही निकलती है एरे यार वहां आतंकवादियों का गढ़ है , फिर आजमगढ़ का कोई नौजवान बड़े लाज से कहता है ,नहीं भाईसाहब ऐसी बात नहीं है,अगला तेज आवाज कहता है-नहीं तो क्या है ? फिर सामने बैठा व्यक्ति वडे चाव से आजमगढ़ को आतंकगढ़ बताने लगता है सुनकर ऐसा लगता है सब सही है सही नहीं है तो क्या है ? मन ही मन आजमगढ़ से नफ़रत पैदा हो जाती तब मन करता है क्या करे ? आजमगढ़ की धरती इतनी खराब हो गयी है क्या ?नहीं .............